AHSEC| CLASS 12| HINDI (MIL) (MODERN INDIAN LANGUAGE)| QUESTION PAPER - 2022| H.S. 2ND YEAR

 

AHSEC| CLASS 12| HINDI (MIL) (MODERN INDIAN LANGUAGE)| QUESTION PAPER - 2022| H.S. 2ND YEAR

2022
HINDI
(MIL)
(MODERN INDIAN LANGUAGE)
Full Marks: 100
Pass Marks: 30
Time: Three hours
The figures in the margin indicate full marks for the questions.

 

1. निम्नलिखित काव्यांश को पढ़कर उसके नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए:  5

कई दिनों तक चूल्हा रोया, चक्की रही उदास

कई दिनों तक कानी कुतिया सोई उनके पास

कई दिनों तक लगी भीत पर छिपकलियों की गश्त

कई दिनों तक चूहों की भी हालत रही शिकस्त ।

दाने आए घर के अंदर कई दिनों के बाद

धुआँ उठा आँगन से ऊपर कोई दिनों के बाद

चमक उठी घर-भर की आँखें कई दिनों के बाद

कौए ने खुजलाई पाँखें कई दिनों के बाद।

प्रश्न:

(i) 'चंक्की रही उदास और चूल्हा रोया' से कवि का क्या अभिप्राय है? 1

(ii) अकाल के कारण जीव-जन्तुओं पर कैसा प्रभाव पड़ा?   1

(iii) 'धुआँ उठा आँगन के ऊपर' कथन से कवि का क्या आशय है?   1

(iv) इस पद्यांश का एक उपयुक्त शीर्षक दीजिए।    1

(v) कई दिनों के बाद सभी के आँखों में क्यों चमक आ गई थी?        1

2. निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर उसके नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए:  15

स्वास्थ्य सभी जीवधारियों के आनंदमय जीवन की कुंजी है; क्योंकि स्वास्थ्य के बिना जीवधारियों की समस्त क्रियाएँ-प्रक्रियाएँ रुक जाती हैं, शिथिल हो जाती हैं। जीवन को जल भी इसीलिए कहा जाता है। जिस प्रकार रुका जल सड़ जाता है, दुर्गंधयुक्त हो जाता है, ठीक इसी प्रकार शिथिल और कर्महीन जीवन से स्वास्थ्य खो जाता है। स्वास्थ्य और खेल-कूद का परस्पर गहरा संबंध है। पशु-पक्षी हो या मनुष्य, जो खेलता-कूदता नहीं, वह उत्फुल्ल और प्रसन्न रह ही नहीं सकता। जब हम खेलते हैं तो हममें नया प्राणावेग, नई स्फूर्ति और नई चेतना आ जाती है। हम देखते हैं कि हवा के झोंके एक-दूसरे का पीछा करते हुए दूर-दूर तक दौड़ते हैं, वृक्षों की शाखाओं को हिला-हिलाकर अठखेलियाँ करते हैं। आकाश में उड़ते पक्षी तरह-तरह की फ्रीड़ाएँ करते हैं। हमें भी जीवन जगत् से प्रेरणा लेते हुए खुले मन से खेल-कूद में भाग लेना चाहिए।

प्रश्न:

(i) स्वास्थ्य सभी जीवधारियों के लिए क्यों आवश्यक है?  2

(ii) जीवन को जल क्यों कहा जाता है?   2

(iii) स्वास्थ्य और खेल-कूद का परस्पर क्या संबंध है?  2

(iv) उदाहरण देते हुए सिद्ध कीजिए कि प्रकृति भी खेल-कूद पसंद करती है।   2

(v) कर्म का स्वास्थ्य से क्या संबंध है?  2

(vi) गद्यांश का एक उपयुक्त शीर्षक दीजिए।  2

(vi) विपरीतार्थी शब्द लिखिए      2

शिथिल, प्रसन्न, जीवन, आकाश

(viii) गद्यांश में से एक सरल वाक्य छाँटिए।     2

3. निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर निबन्ध लिखिए:  10

(क) स्वच्छता अभियान और भारत

(भूमिका स्वच्छता और पर्यावरण का संबंध नागरिकों का कर्तव्य - प्रशासन का दायित्व – उपसंहार)

(ख) प्रदूषण

(प्रस्तावना - प्रदूषण के प्रकार और कारण - हानि – प्रदूषण नियंत्रण - उपसंहार)

(ग) भारत की राष्ट्रीय एकता

(भूमिका - अनेकता में एकता - बाधक तत्व - उपसंहार)

(घ) मोबाइल: लाभ और हानियाँ

(प्रस्तावना - मोबाइल से लाभ या सुविधाएँ - हानियाँ - निष्कर्ष)

4. (क) अपने शहर की गंदगी तथा लोगों की लापरवाही का उल्लेख करते हुए 'दैनिक-वाणी' नामक अखबार के सम्पादक के नाम पत्र लिखिए।  5

अथवा

(ख) दूरदर्शन पर प्रसारित होने वाले कार्यक्रमों की समीक्षा एवं सुझाव देते हुए दूरदर्शन के निदेशक को एक पत्र लिखिए।  5

5. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए:  1x5=5

(i) सम्पादक का मुख्य काम क्या होता है? 1

(ii) रिपोर्ट की परिभाषा दीजिए।   1

(iii) टेलीविजन किस प्रकार का जनसंचार माध्यम है - दृश्य-श्रव्य, दृश्य या श्रव्य? 1

(iv) प्रिंट माध्यम किसे कहते हैं?     1

(v) हिन्दी के पहले समाचार पत्र का नामोल्लेख कीजिए।  1

6. (क) 'कोविड-19 और भारत' विषय पर एक आलेख प्रस्तुत कीजिए।  5

अथवा

(ख) इंटरनेट की उपयोगिता पर एक फीचर प्रस्तुत कीजिए।

7. निम्नलिखित काव्यांश को पढ़कर उसके नीचे दिए गये प्रश्नों के उत्तर दीजिए:  8

(क) हम दूरदर्शन पर बोलेंगे

हम, समर्थ शक्तिवान

हम एक दुर्बल को लाएँगे

एक बंद कमरे में,

उससे पूछेंगे तो आप क्या अपाहिज हैं?

तो आप क्यों अपाहिज हैं?

आपका अपाहिजपन तो दुख देता होगा देता है?

प्रश्न:

(i) प्रस्तुत काव्यांश के कवि और कविता का नाम बताईए।   2

(ii) कविता में किस पर व्यंग्य किया गया है?  2

(iii) 'हम समर्थ शक्तिवान, हम एक दुर्बल को लाएँगे' - आशय स्पष्ट कीजिए। 2

(iv) 'आपका अपाहिजपन तो दुःख देता होगा, देता है?" - के माध्यम से कवि क्या समझाना चाहते हैं? 2

अथवा

(ख) प्रात नभ था बहुत नीला शंख जैसे

भोर का नभ

राख से लीपा हुआ चौका

(अभी गीला पड़ा है)

बहुत काली सिल जरा से लाल केसर से

कि जैसे घुल गई हो

स्लेट पर या लाल खड़िया चाक

मल दी हो किसी ने।

प्रश्न:

(i) कवि ने प्रातःकालीन आकाश का वर्णन किस रूप में किया है?  2

(ii) कवि ने भोर के आकाश को 'राख से लीपा हुआ चौका' क्यों कहा है? 2

(ii) आकाश के रंग को स्पष्ट करने के लिए कवि ने किन किन उपमाओं का प्रयोग किया है? 2

(iv) प्रस्तुत पक्तियों में प्रयोग किया गया 'उपा' के समानार्थी शब्दों का उल्लेख कीजिए।  2

8. निम्नलिखित में से किसी एक काव्यांश को पढ़कर उसके नीचे दिये गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए:  6

(क) खेती न किसान को, भिखारी को न भीख बलि,

बनिक को बनिज, न चाकर को चाकरी।

जीविका बिहीन लोग सीद्यमान सोच बस,

कहें एक एकन सों 'कहाँ जाई, का करी ?'

प्रश्न:

(i) प्रस्तुत कवित्त के भाव सौन्दर्य पर टिप्पणी कीजिए।  2

(ii) कविता में आजीविका विहीन लोग अपनी पीड़ा किस प्रकार व्यक्त कर रहे हैं? 2

(iii) प्रस्तुत कवित्त में तुलसीदास ने लोगों की किस परिस्थिति का चित्रण किये हैं?   2

अथवा

(ख) छोटा मेरा खेत चौकोना

कागज़ का एक पन्ना,

कोई अंधड़ कहीं से आया

क्षण का बीज वहाँ बोया गया।

 

कल्पना के रसायनों को पी

बीज गल गया निःशेष;

शब्द के अंकुर फूटे,

पल्लव-पुष्पों से नमित हुआ विशेष।

प्रश्न:

(i) काव्यांश के शिल्पगत सौन्दर्य पर प्रकाश डालिए।  2

(ii) कोई अंधर कहीं से आया' भाव स्पष्ट कीजिए।  2

(iii) प्रस्तुत कविता के कवि और कविता का नामोल्लेख कीजिए।  2

9. निम्नलिखित में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर दीजिए:   3x2=6

(क) 'बच्चे प्रत्याशा में होंगे

नीड़ों से झाँक रहे होंगे -

यह ध्यान परों में चिड़ियों के भरता

कितनी चंचलता है!

दिन जल्दी-जल्दी ढलता है!'

- आशय स्पष्ट कीजिए।

(ख) कविता एक खिलना है फूलों के बहाने कविता का खिलना भला फूल क्या जाने! - भाव स्पष्ट कीजिए।

(ग) गरबीली गरीबी यह ये गंभीर अनुभव सब

यह विचार-वैभव सब

दृढ़ता यह, भीतर की सरिता यह अभिनय सब

मौलिक है, मौलिक है,

- प्रस्तुत काव्यांश में कवि ने अपनी किस स्थिति का उल्लेख किया है? स्पष्ट कीजिए।

(घ) आँगन में लिए चाँद के टुकड़े को खड़ी

हाथों पे झुलाती है उसे गोद-भरी

- प्रस्तुत पद्यांश से प्रस्फुटित वात्सल्य रस पर टिप्पणी कीजिए ।

10. निम्नलिखित में से किसी एक गद्यांश को पढ़कर उसके नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए:  8

(क) बाजार में एक जादू है। वह जादू आँख की राह काम करता है । वह रूप का जादू है पर जैसे चुंबक का जादू लोहे पर ही चलता है, वैसे ही इस जादू की भी मर्यादा है। जेब भरी हो, और मन खाली हो, ऐसी हालत में जादू का असर खूब होता है। जेब खाली पर मन भरा न हो, तो भी जादू चल जाएगा। मन खाली हो तो बाज़ार की अनेकानेक चीज़ों का निमंत्रण उस तक पहुँच जाएगा, कहीं हुई उस वक्त जेब भरी तब तो फिर वह मन किसकी मानने वाला है । मालूम होता है यह भी लूँ, वह भी लूँ। सभी सामान ज़रूरी और आराम को बढ़ाने वाला मालूम होता है। पर यह सब जादू का असर है। जादू की सवारी उतरी कि पता चलता है कि फैंसी चीज़ों की बहुतायत आराम में मदद नहीं देता, बल्कि खलल ही डालती है ।

प्रश्न:

(i) प्रस्तुत गद्यांश में 'बाजार के जादू' को 'रूप का जादू' क्यों कहा गया है? 2

(ii) 'जेब भरी हो और मन खाली हो' का आशय स्पष्ट कीजिए। 2

(iii) बाजार का जादू व्यक्तियों को किस तरह से प्रभावित करता है?   2

(iv) जादू का असर उतर जाने पर व्यक्ति को क्या अहसास होने लगता है? 2

अथवा

(ख) चार्ली पर कई फिल्म समीक्षकों ने नहीं, फिल्म कला के उस्तादों और मानविकी के विद्वानों ने सिर धुने हैं और उन्हें नेति नेति कहते हुए भी यह मानना पड़ता है कि चार्ली पर कुछ नया लिखना कठिन होता जा रहा है। दरअसल सिद्धांत कला को जन्म नहीं देते, कला स्वयं अपने सिद्धांत या तो लेकर आती है या बाद में उन्हें गढ़ना पड़ता है। जो करोड़ों लोग चाल को देखकर अपने पेट दुखा लेते हैं उन्हें मैल ओटिंगर या जेम्स एजी की बेहद सारगर्भित समीक्षाओं से क्या लेना देना है? वे चार्ली को समय और भूगोल से काटकर देखते हैं और जो देखते हैं उसकी ताकत अब तक ज्यों-की-त्यों बनी हुई है। यह कहना कि वे चार्ली में खुद को देखते हैं। दूर की कौड़ी लाना है लेकिन वेशक जैसा चालीं वे देखते हैं वह उन्हें जाना-पहचाना लगता है, जिस मुसीबत में वह अपने को हर दसवें सेकेंड में डाल देता है वह सुपरिचित लगती है। अपने को नहीं लेकिन वे अपने किसी परिचित या देखे हुए को चाल मानने लगते हैं ।

प्रश्न:

(i) चार्ली चैप्लिन पर कुछ भी नया लिखना कठिन क्यों होता जा रहा है? 2

(ii) सिद्धांत कला को जन्म देते हैं या कला सिद्धांतों को जन्म देती है? 2

(iii) 'वे चालीं को समय और भूगोल से काट कर देखते हैं" - आशय स्पष्ट कीजिए। 2

(iv) चार्ली के कारनामों को देखकर दर्शक कैसा अनुभव करता है?  2

11. निम्नलिखित में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर दीजिए: 3x4=12

(क) इंदर सेना के संबंध में लेखक का क्या दृष्टिकोण है?  3

(ख) लेखक ने शिरीष को कालजयी अवधूत की तरह क्यों माना है?  3

(ग) चार्ली चैप्लिन के बचपन के बारे में संक्षेप में लिखिए।  3

(घ) 'मुहब्बत तो कस्टम से इस तरह गुज़र जाती है कि कानून हैरान रह जाता है।' - आशय स्पष्ट कीजिए। 3

(ङ) 'मन खाली नहीं रहना चाहिए, इसका मतलब यह नहीं है कि वह मन बंद रहना चाहिए।' - लेखक ने ऐसा क्यों कहा है?  3

पूरक पुस्तक (वितान: भाग-2)

12. निम्नलिखित में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर दीजिए:   2x2=4

(क) अपने परिवार के साथ यशोधर बाबू के संबंध कैसे थे?

(ख) यशोधर बाबू को अपने पर गर्व और प्रसन्नता का बोध कब होता है?

(ग) मुअनजो-दड़ो शहर आज किस स्थिति में है?

13. किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर दीजिए:  3x2=6

(क) 'किशनदा ने यशोधर बाबू को न केवल सहारा दिया अपितु जीने का ढंग भी सिखाया' - इस कथन के आशय को स्पष्ट कीजिए।

(ख) 'अतीत में दबे पाँव' पाठ में उल्लेखित महाकुंड का वर्णन कीजिए।

(ग) मुअनजो-दड़ो सभ्यता की किन्हीं तीन विशेषताओं पर प्रकाश डालिए।

14. मुअनजो-दड़ो की नगर-रचना के बारे में संक्षेप में लिखिए।  5

अथवा

'सिल्वर वैडिंग' पाठ के आधार पर यशोधर बाबू के व्यक्तित्व पर संक्षेप में प्रकाश डालिए।  5

 

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